Telegram Group & Telegram Channel
भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण संशोधन Part-1 ✓

देश के मौलिक कानून यानी संविधान में बदलाव करने की प्रक्रिया को संवैधानिक संशोधन कहा जाता है।

➨ प्रथम संशोधन 1951
-अनुसूची 9 जोड़ा गया है ।

➨ दूसरा संशोधन - 1953
- संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए ऊपरी जनसंख्या सीमा को हटा दिया।

➨ 03 वां संशोधन - 1955
- संपत्ति के अधिकार पर प्रतिबंध (सबंधित विद्यायक - 9 अनुसूची में शामिल )

➨ 07 वां संशोधन - 1956
- भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन, केंद्र शासित प्रदेशों की शुरूआत।

➨ 08 वां संशोधन - 1960
- लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में SC/ST एंग्लोइंडियन सीट / आरक्षण

➨ 09 वां संशोधन 1960
- पाकिस्तान के साथ समझौते के परिणामस्वरूप भारतीय क्षेत्र में समायोजन

➨ 10 वां संशोधन - 1961
- पुर्तगाल से अधिग्रहण, (दादरा और नगर हवेली को केंद्र शासित प्रदेश में)

➨ 11 वां संशोधन - 1961
- निर्वाचक मंडल द्वारा उपराष्ट्रपति का चुनाव।

➨ 12 वां संशोधन - 1961
- गोवा, दमन और दीव को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शामिल किया गया।

➨ 13 वां संशोधन - 1962
- अनुच्छेद 371A के तहत विशेष सुरक्षा के साथ नागालैंड राज्य का गठन।

➨ 14 वां संशोधन 1962
- हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर और गोवा के लिए विधान सभाओं का निर्माण

➨ 15 वां संशोधन - 1963
- उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 62

➨ 17 वां संशोधन 1964
- संविधान की अनुसूची 9 में भूमि अधिग्रहण कानूनों को रखने के लिए।

➨ 21 वां संशोधन 1967
- सिंधी को एक आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल किया गया।

➨ 22 वां संशोधन 1969
- असम राज्य के भीतर स्वायत्त राज्य बनाने का प्रावधान।

➨ 24 वां संशोधन - 1971
- संसद को मौलिक अधिकारों को कम करने में सक्षम बनाना।

➨ 26 वां संशोधन - 1971
- रियासतों के पूर्व शासकों को दिए जाने वाले प्रिवी पर्स समाप्ति -

➨ 27 वां संशोधन 1972
- एक केंद्र शासित प्रदेश में मिजोरम का पुनर्गठन।

➨ 31 वां संशोधन 1973
- संसद का आकार 525 से बढ़ाकर 545 किया गया।

➨ 36 वां संशोधन 1975
- भारतीय संघ के भीतर एक राज्य के रूप में सिक्किम का गठन।

➨ 37 वां संशोधन - 1975
- अरुणाचल प्रदेश विधान सभा का गठन।



tg-me.com/UPSC_BPSC_Civil_Services_UPPCS/59205
Create:
Last Update:

भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण संशोधन Part-1 ✓

देश के मौलिक कानून यानी संविधान में बदलाव करने की प्रक्रिया को संवैधानिक संशोधन कहा जाता है।

➨ प्रथम संशोधन 1951
-अनुसूची 9 जोड़ा गया है ।

➨ दूसरा संशोधन - 1953
- संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए ऊपरी जनसंख्या सीमा को हटा दिया।

➨ 03 वां संशोधन - 1955
- संपत्ति के अधिकार पर प्रतिबंध (सबंधित विद्यायक - 9 अनुसूची में शामिल )

➨ 07 वां संशोधन - 1956
- भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन, केंद्र शासित प्रदेशों की शुरूआत।

➨ 08 वां संशोधन - 1960
- लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में SC/ST एंग्लोइंडियन सीट / आरक्षण

➨ 09 वां संशोधन 1960
- पाकिस्तान के साथ समझौते के परिणामस्वरूप भारतीय क्षेत्र में समायोजन

➨ 10 वां संशोधन - 1961
- पुर्तगाल से अधिग्रहण, (दादरा और नगर हवेली को केंद्र शासित प्रदेश में)

➨ 11 वां संशोधन - 1961
- निर्वाचक मंडल द्वारा उपराष्ट्रपति का चुनाव।

➨ 12 वां संशोधन - 1961
- गोवा, दमन और दीव को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शामिल किया गया।

➨ 13 वां संशोधन - 1962
- अनुच्छेद 371A के तहत विशेष सुरक्षा के साथ नागालैंड राज्य का गठन।

➨ 14 वां संशोधन 1962
- हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर और गोवा के लिए विधान सभाओं का निर्माण

➨ 15 वां संशोधन - 1963
- उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 62

➨ 17 वां संशोधन 1964
- संविधान की अनुसूची 9 में भूमि अधिग्रहण कानूनों को रखने के लिए।

➨ 21 वां संशोधन 1967
- सिंधी को एक आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल किया गया।

➨ 22 वां संशोधन 1969
- असम राज्य के भीतर स्वायत्त राज्य बनाने का प्रावधान।

➨ 24 वां संशोधन - 1971
- संसद को मौलिक अधिकारों को कम करने में सक्षम बनाना।

➨ 26 वां संशोधन - 1971
- रियासतों के पूर्व शासकों को दिए जाने वाले प्रिवी पर्स समाप्ति -

➨ 27 वां संशोधन 1972
- एक केंद्र शासित प्रदेश में मिजोरम का पुनर्गठन।

➨ 31 वां संशोधन 1973
- संसद का आकार 525 से बढ़ाकर 545 किया गया।

➨ 36 वां संशोधन 1975
- भारतीय संघ के भीतर एक राज्य के रूप में सिक्किम का गठन।

➨ 37 वां संशोधन - 1975
- अरुणाचल प्रदेश विधान सभा का गठन।

BY BPSC UPPCS RAS RPSC Civil Services


Warning: Undefined variable $i in /var/www/tg-me/post.php on line 283

Share with your friend now:
tg-me.com/UPSC_BPSC_Civil_Services_UPPCS/59205

View MORE
Open in Telegram


BPSC UPPCS Civil Services Telegram | DID YOU KNOW?

Date: |

Among the actives, Ascendas REIT sank 0.64 percent, while CapitaLand Integrated Commercial Trust plummeted 1.42 percent, City Developments plunged 1.12 percent, Dairy Farm International tumbled 0.86 percent, DBS Group skidded 0.68 percent, Genting Singapore retreated 0.67 percent, Hongkong Land climbed 1.30 percent, Mapletree Commercial Trust lost 0.47 percent, Mapletree Logistics Trust tanked 0.95 percent, Oversea-Chinese Banking Corporation dropped 0.61 percent, SATS rose 0.24 percent, SembCorp Industries shed 0.54 percent, Singapore Airlines surrendered 0.79 percent, Singapore Exchange slid 0.30 percent, Singapore Press Holdings declined 1.03 percent, Singapore Technologies Engineering dipped 0.26 percent, SingTel advanced 0.81 percent, United Overseas Bank fell 0.39 percent, Wilmar International eased 0.24 percent, Yangzijiang Shipbuilding jumped 1.42 percent and Keppel Corp, Thai Beverage, CapitaLand and Comfort DelGro were unchanged.

Tata Power whose core business is to generate, transmit and distribute electricity has made no money to investors in the last one decade. That is a big blunder considering it is one of the largest power generation companies in the country. One of the reasons is the company's huge debt levels which stood at ₹43,559 crore at the end of March 2021 compared to the company’s market capitalisation of ₹44,447 crore.

BPSC UPPCS Civil Services from ms


Telegram BPSC UPPCS RAS RPSC Civil Services
FROM USA